पृथ्वी
सूर्य शृंखला में तीसरा ग्रह हमारी प्रिय पृथ्वी है। इसके अलावा दूसरे शब्दों में कहें तो पूरे ब्रह्मांड में आज तक हुए शोध के बाद यह पता चला है कि इस ग्रह के अलावा किसी अन्य ग्रह पर जीवन नहीं है।
पृथ्वी की संरचना, गुरुत्वाकर्षण, सूर्य से निश्चित दूरी और वायुमंडल ने इस ग्रह पर जीवन का निर्माण किया होगा। पृथ्वी का व्यास 12,756 किमी है। सूर्य से इसकी दूरी लगभग 149, 597, 890 किमी है।
पृथ्वी को अपने चारों ओर एक चक्कर पूरा करने में लगभग 24 घंटे लगते हैं। अतः इसे सूर्य की परिक्रमा पूरी करने में 365 दिन लगते हैं। इसे ही हम एक वर्ष कहते हैं। पृथ्वी की कक्षा से उसकी धुरी 23.5 डिग्री झुका हुआ है और इस स्थिति में यह अपने चारों ओर और सूर्य के चारों ओर घूमता है, इसलिए पृथ्वी पर गर्मी, मानसून और सर्दी का मौसम जारी रहता है।
सूर्य से प्रकाश को पृथ्वी तक पहुँचने में लगभग 8 मिनट का समय लगता है। (प्रकाश एक सेकंड में लगभग 3 लाख किमी की दूरी तय करता है।) पृथ्वी सूर्य के चारों ओर वृत्ताकार पथ में घूमती है। यदि उसमें थोड़ा सा भी अंतर होता, तो भी पृथ्वी सूर्य के निकट या दूर थोड़ी सी दूरी पर होती, तो भी जीवन की उत्पत्ति नहीं होती।
शोध से अब पता चला है कि पृथ्वी स्वयं एक चुंबक है और इसके चारों ओर वायुमंडल में एक चुंबकीय क्षेत्र निर्मित होता है। इसलिए, सूर्य से आने वाली हानिकारक यूवी किरणें पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश नहीं कर पाती हैं और वे पृथ्वी के ध्रुवीय क्षेत्र की ओर मुड़ जाती हैं।
पृथ्वी का एक उपग्रह है जिसे हम चंद्रमा कहते हैं।